आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता बलतेज पन्नू ने अकाली दल और उसके नेताओं पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि अब कानून का शिकंजा उन तक भी पहुंचने लगा है, इसलिए वे डरे हुए हैं और बेबुनियाद बयानबाज़ी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह आम आदमी पार्टी की सरकार है — न कि पहले जैसी ‘चाचा-भतीजा’ की सरकार, जहां भ्रष्टाचार पर पर्दा डाल दिया जाता था।
पन्नू ने साफ कहा कि बिक्रम मजीठिया पर चल रही विजिलेंस जांच को लेकर अकाली नेता परेशान हैं और लोगों का ध्यान भटकाने के लिए झूठी और भ्रामक बातें फैला रहे हैं। उन्होंने कहा, “अब कानून उनके घर के दरवाज़े तक पहुंच चुका है, इसलिए घबराहट साफ दिख रही है।”
“रोल बदल-बदल कर खुद को बचाने की कोशिश”
बलतेज पन्नू ने अकाली नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि ये लोग अपनी सुविधा के हिसाब से रोज़ नए किरदार निभा रहे हैं — कभी प्रवक्ता, कभी वकील, तो कभी पीड़ित। यह सब उनकी बेचैनी और डर को दिखाता है।
उन्होंने बताया कि कोटकपूरा गोलीकांड में अकाली दल के अध्यक्ष पहले ही जमानत पर हैं, उनके पसंदीदा पुलिस अधिकारी भी जमानत पर हैं, और अब उनके परिवार का एक और करीबी व्यक्ति नशा (चिट्टा) जैसे संगीन मामलों में फंसता नजर आ रहा है।
“अब कोई भी नहीं बचेगा – चाहे जितना बड़ा नाम हो”
पन्नू ने कहा कि अब वक्त बदल चुका है। आम आदमी पार्टी की सरकार एक ईमानदार और साफ-सुथरी सरकार है, और अब कोई भी चाहे जितना बड़ा नेता क्यों न हो, अगर दोषी है तो कानून का सामना करना ही पड़ेगा। उन्होंने कहा, “ये डर यूं ही नहीं है, उन्हें पता है कि उनके राज़ एक-एक कर सामने आने वाले हैं।”
“अगर निर्दोष हो, तो डर कैसा?”
बलतेज पन्नू ने अकाली नेताओं को सीधा संदेश देते हुए कहा, “अगर आप निर्दोष हैं, तो आपको डरने की कोई जरूरत नहीं। कानून, पुलिस और विजिलेंस पर भरोसा रखें। लेकिन अगर आप दोषी हैं, तो बच नहीं पाएंगे।”
“अब कोई राजनीतिक ताकत नहीं बचा सकती”
पन्नू ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार में पहली बार पंजाब देख रहा है कि कैसे बड़े-बड़े रसूखदारों को भी जवाबदेह ठहराया जा रहा है। अब वह दौर खत्म हो गया जब भ्रष्ट नेता अपनी राजनीतिक ताकत के पीछे छिप जाते थे। अब हर कोई कानून के दायरे में है — चाहे वह किसी भी पार्टी का हो या कितने भी बड़े पद पर क्यों न हो।
बलतेज पन्नू के बयान ने साफ कर दिया है कि आम आदमी पार्टी अब पीछे हटने वाली नहीं है। पंजाब की राजनीति में जहां पहले सत्ता का मतलब ही सुरक्षा कवच था, वहीं अब साफ-सुथरे प्रशासन की उम्मीदें और सख्त कार्रवाई दोनों नजर आने लगे हैं। अब देखना यह होगा कि आने वाले समय में विजिलेंस जांच और कितने नए चेहरे उजागर करती है।